यह वह स्थान है जहाँ पर सीता जी श्री राम से विवाह कर जब अयोध्या आयी थी तब उन्होंने सर्वप्रथम रसोई बनाकर अपने ससुर श्री दशरथ जी महाराज तथा चारों भाइयों राम, लक्ष्मण, भारत एवं शत्रुघ्न को खिलाया था। इस मंदिर में एक गुफा के अंदर महारानी जानकी जी की एक सुन्दर मूर्ति विराजमान है और चूल्हा आदि रखा है।
This is the place where when Sita ji came to Ayodhya after marrying Sri Rama, she first made a kitchen and fed her father-in-law Shri Dasarathaji Maharaj and the four brothers Ram, Laxman, Bharat and Shatrughna. In this temple, inside a cave, a beautiful statue of Maharani Janaki ji is seated and the stove etc. is kept.